भारत विश्व की उभरती हुई महाशक्ति
कुमार, राजेन्द्र
असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, राजकीय महाविद्यालय भट्टू कलां, फतेहाबाद (हरियाणा)
सारांश (Abstract)
वर्तमान समय में भारत की गणना विश्व की उभरती हुई महाशक्तियों में की जाती है। भारत के आर्थिक विकास की यात्रा में मुख्य रूप से दो पड़ाव देखे जा सकते है। पहला देश की स्वतन्त्रता प्राप्ति 15 अगस्त,1947 से लेकर सोवियत संघ के विघटन (1991) तक और दूसरा 1991 से लेकर वर्तमान समय तक माना जा सकता है। भारत में शुरू की गई उदारीकरण की शुरूवात एक साहसिक फैसला था जो कि तत्कालीन परिस्थितियों के मद्देनजर लिया गया था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन की सरकार में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने वर्ष 1998 में दूसरी बार परमाणु परीक्षण (पोखरण-2) करके एक बार पुनः समूचे विश्व को भारत की सैनिक क्षमताओं से अवगत कराया। संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन की सरकार के दौरान प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने बड़ी सूझबूझ और चतुराई के साथ अमेरिका, रूस, चीन, यूरोपीय संघ आसियान इत्यादि के साथ भारत के संबंधों को नयी दिशा दी। भारत का अमेरिका के साथ असैनिक परमाणु समझौता (123) एक ऐतिहासिक निर्णय माना जा सकता है। वर्ष 2014 में केन्द्र में स्पष्ट बहुमत के साथ श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में (भाजपा–एन.डी.ए.) सरकार का गठन हुआ। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद पुनः श्री नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। पिछले एक दशक में भारत ने अनेक क्षेत्रों में अप्रत्याशित प्रगति की है। वर्तमान में भारत विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश हैं। कोविड-19 महामारी से विश्व के सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएं नकारात्मक रूप से प्रभावित हुई। भारत के उभरती हुई महाशक्ति के दृष्टिकोण से बड़ा आकार, आर्थिक शक्ति, सैन्य शक्ति , मानव पूंजी और रणनीतिक लाभ को मजबूत पक्ष माना जा सकता है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। वर्तमान में दो विरोधी खेम्मों में बंटी दुनियां में भारत शान्ति का सेतुबन्ध बन सकता है। भारत ने कोविड-19 महामारी में वैक्सीन कूटनीति के जरिये मानव सेवा की मिशाल पेश कर दुनियां के देशों का विश्वास जीता है। भारत आर्थिक, सैन्य, खाद्य निर्भरता, अन्तरिक्ष, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि के क्षेत्र में निरंतर प्रगति और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ा है। मेक–इन–इण्डिया और भारत आत्मनिर्भर अभियान के सकारात्मक परिणाम दिखाई पड़ रहे है। विदेशी मुद्रा भण्डार में निरन्तर वृद्धि हुई है।
भारत में अमेरिका, चीन और रूस को बड़ा बाजार दिख रहा है, इसलिए ये राष्ट्र भारत के साथ बेहतर संबंध चाहते है। विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति (वर्ष 2047) के मार्ग में आन्तरिक और बाहरी चुनौतियां भी कम नहीं है। वर्तमान समय में भारत अपने राष्ट्रीय हितों को प्रथामिकता में रखते हुए अमेरिका और रूस दोनों के साथ संबंधों को संतुलित कर रहा है। डोकलाम विवाद (2017) और गलवान घाटी झड़प (2020) के समय भारत ने चीन को कड़ा संदेश दिया। भारत का विश्व शक्ति के रूप में उभरना मानवीय मूल्यों, शान्ति, लोकतन्त्र, न्याय, समता मूलक विकास और मानवता की रक्षार्थ कल्याणकारी सिद्ध होगा।
कुंजीभूत शब्दः– उदारीकरण, पोखरण-2, परमाणु करार (123), कोविड-19, मेक–इन–इण्डिया, भारत आत्मनिर्भर अभियान।
India: The Emerging Superpower of the World
Kumar, Rajender
Assistant Professor, Department of Political Science, Government College, Battu Kalan, Fatehabad, Haryana
Abstract
At present, India is counted among the emerging superpowers of the world. Mainly two stages can be seen in the journey of India’s economic development. The first can be considered as the period from the country’s attainment of independence on August 15, 1947 till the dissolution of the Soviet Union (1991) and the second from 1991 till the present time. The beginning of liberalization initiated in India was a bold decision which was taken in view of the then circumstances. In the National Democratic Alliance government, the then Prime Minister Shri Atal Bihari Vajpayee government once again made the entire world aware of India’s military capabilities by conducting nuclear tests (Pokhran-2) for the second time in the year 1998. During the United Progressive Alliance government, Prime Minister Dr. Manmohan Singh with great wisdom and tact gave a new direction to India’s relations with America, Russia, China, European Union, ASEAN etc. India’s civil nuclear agreement with America (123) can be considered a historic decision. In the year 2014, the (BJP-NDA) government was formed at the Center under the leadership of Shri Narendra Modi with a clear majority. After the Lok Sabha elections in the year 2019, Shri Narendra Modi again became the Prime Minister of the country. In the last decade, India has made unprecedented progress in many fields. At present India is the fifth largest economy in the world. The economies of all countries of the world were negatively affected by the Covid-19 pandemic. From the perspective of India as an emerging superpower, its large size, economic strength, military power, human capital and strategic advantages can be considered as its strengths. India is the largest democratic country in the world. India can become a bridge of peace in the present world divided into two opposing camps. India has won the trust of the countries of the world by presenting an example of human service through vaccine diplomacy in the Covid-19 pandemic. India has moved towards continuous progress and self-reliance in the fields of economic, military, food dependence, space, tourism, education, health etc. Positive results of Make-in-India and Bharat Self-reliant campaign are visible. There has been a continuous increase in foreign exchange reserves.
Keywords: Liberalization, Pokhran-2, Nuclear Agreement (123), Covid-19, Make-in-India, India Self-reliant Campaign.
प्रभाव कथन
21 वीं सदी एशिया की सदी हैं। भारत विश्व में सबसे बड़ा लोकतन्त्र हैं। भारत के विशाल आकार, जनसंख्या, धन सम्पदा, प्राकृतिक संसाधन, औद्योगिक क्षमता, मजबूत सैन्य क्षमता, तकनीकी क्षमता, विचारधारा, राष्ट्रीय चरित्र, मनोबल, नेतृत्व क्षमता कूटनीति, शासन पद्वति और आर्थिक क्षमता इन सभी तत्वों ने भारत को विश्व की प्रमुख शक्तियों में ला खड़ा किया हैं। प्रस्तुत शोध लेख के माध्यम से भारत का विश्व की उभरती हुई शक्ति के रूप में उभरना वैश्विक शान्ति, मानवीय मूल्यों की रक्षा, तीसरी दूनिया के देशों के हितों की रक्षा और वैश्विक समस्याओं के समाधान की दृष्टि से कल्याणकारी सिद्ध होगा। भारत ने कोरोना महामारी में विश्व के अनेक देशों की मदद कर मानवता की सेवा का अनुठा उदाहरण पेश किया। भारत ’वसुधैव कुटुम्बकम’के आदर्श को मूलमंत्र मानता हैं। वर्तमान में दो खेम्मों में बंटी दूनिया में भारत का एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरना ’सेतुबन्ध की भूमिका’ को मजबूती देगा।
Impact Statement
The 21st century is the century of Asia. India is the largest democracy in the world. India’s huge size, population, wealth, natural resources, industrial capacity, strong military capability, technical capability, ideology, national character, morale, leadership capability, diplomacy, governance system and economic capability, all these elements have made India one of the major powers of the world. Have brought it. Through the presented research article, India’s emergence as an emerging power of the world will prove beneficial in terms of global peace, protection of human values, protection of interests of third world countries and solution of global problems. India presented a unique example of service to humanity by helping many countries of the world during the Corona epidemic. India considers the ideal of ‘Vasudhaiva Kutumbakam’ as its basic mantra. India’s emergence as a global superpower in the world currently divided into two camps will strengthen its ‘bridging role’.
About Author
Mr. RAJENDRA KUMAR has passed M.A., NET, SLET. He is working as Assistant Professor, Govt. College Bhattu Kalan, Fatehabad (Haryana) He has 12 years teaching experience. He has participated in 35 seminars, workshops and conferences (State level – 01, National level – 26 International level – 06, Workshops -02). He has 02 publications and his credit.
References
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2. Fadiya Dr. B.L, International Politics, 16th Revised Edition, 2014, Sahitya Bhawan Publications Agra, Page, 108
3. Above, same, page, 114
4. Yadav R.S., India’s Foreign Policy, Pearson India Education Services Pvt. Ltd., Noida, Uttar Pradesh, India, page 28
5. Chronicle, Chronicle Publications Pvt. Ltd. Noida, June, 2023 Page 09
6. Mishra Rajesh, Indian Foreign Policy: In the Age of Globalization, Fourth Edition, 2022, Orient Blackswan Private Limited, Hyderabad, Telangana, India, Page, 17
7. Pratigya Darpan, June, 2023, Page, 22
8. Pratigya Darpan, January, 2024, Page, 12
9. Peace and harmony in border areas are necessary for bilateral relations, disputes should be resolved through diplomacy, Haribhoomi, dated June 21, 2023, page, 10
10. India will grow fastest in this decade among Southeast Asian countries including China, Nomura Report, Amar Ujala, June 06, 2023, page, 07